भारत में ओलंपिक मेडल जीतने वालों को मिलता है कितना पैसा

2024-07-17 13:32:56

Prize Money for Medal: किसी भी खिलाड़ी के लिए ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतना जीवन बदलने वाला साबित हो सकता है. पदक, चाहें वो किसी भी रंग का हो जीतना कमाई के लिहाज से काफी आकर्षक होता है. लेकिन इस मामले में उस एथलीट की राष्ट्रीयता भी मायने रखती है. क्योंकि हर देश में खिलाड़ियों को मिलने वाली रकम अलग-अलग है. इसी पर पेश है एक रिपोर्ट कि अलग-अलग देशों में कितना कैश प्राइज दिया जाता है. 

पहले भारत का ही उदाहरण लेते हैं. नीरज चोपड़ा ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में जेवलिन थ्रो इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. ओलंपिक खेलों में इतिहास रचने के लिए उन्हें केंद्र सरकार ने 75 लाख रुपये दिए. क्योंकि वह हरियाणा के रहने वाले हैं इसलिए वहां की राज्य सरकार ने उन्हें छह करोड़ रुपये की इनामी राशि और कैटेगरी-1 की एक सरकारी नौकरी दी थी. 

गोल्ड जीतने पर केंद्र देता है 75 लाख रुपये
यह केवल एक मिथक है कि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ (IOC) या भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) पदक विजेताओं को नकद इनाम देता है. भारतीय ओलंपिक संघ की ओर से खिलाड़ियों को कोई पैसा नहीं मिलता है. जो नकद इनाम मिलता है वो केंद्र और राज्य सरकार अपनी ओर से देती हैं. केंद्र सरकार की ओर से ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीतने वाले को 75 लाख रुपये देती है. इसके अलावा सिल्वर मेडल जीतने वाले को 50 लाख रुपये और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को 30 लाख रुपये इनाम के तौर पर मिलते हैं. राज्य सरकारें अपनी ओर से एथलीट को अलग से इनाम देती हैं. गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को अमूमन सरकारी नौकरी का भी प्रस्ताव दिया जाता है.

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चानू को मिले थे 3.5 करोड़ कैश, बनी थीं एएसपी
टोक्यो ओलंपिक में वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोला था. उन्हें केंद्र सरकार से 50 लाख रुपये और मणिपुर सरकार से एक करोड़ रुपये नकद इनाम मिला था. रेलवे की कर्मचारी होने की वजह से उन्हें अपने विभाग से दो करोड़ रुपये का नकद इनाम मिला था. इसके अलावा मणिपुर सरकार ने उन्हें एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (ASP) बनाया था. अन्य खिलाड़ियों को मिलने वाले नकद पुरस्कारों में उन्हें राज्य के हिसाब से कहीं कम या कहीं ज्यादा पैसे मिले. 

दूसरे देशों का क्या है हाल
यूएसए टुडे स्पोर्ट्स ने अन्य देशों में मिलने वाले नकद पुरस्कारों की तुलना कर एक रिपोर्ट छापी है. उसके अनुसार चीनी ताइपे और सिंगापुर ने टोक्यो ओलंपिक में अपने एथलीटों को सबसे ज्यादा कैश प्राइज देने का वादा किया था. सिंगापुर ने कहा था कि अगर कोई एथलीट टोक्यो में स्वर्ण पदक जीतता है तो वह उसे 1 मिलियन डॉलर का देगा. चीनी ताइपे ने कहा था कि वह अपने एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता, भारोत्तोलक ह्सिंग-चुन कू को 716,000 डॉलर का इनाम देगा. मलेशिया, मोरक्को और सर्बिया की ओर से ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीट जो गोल्ड मेडल जीतेंगे उन्हें अपने देश की सरकार या राष्ट्रीय ओलंपिक समिति से दो लाख डॉलर से अधिक राशि मिलेगी.

सर्बिया, मोरक्को, मलेशिया बनाएंगे मालामाल
सर्बिया गोल्ड मेडल जीतने वाले एथलीट को सबसे ज्यादा 2,14,900 डॉलर देगा. वहीं, मलेशिया 2,1,180 डॉलर और मोरक्को 200,525 डॉलर देगा. इटली, लिथुआनिया, हंगरी, यूक्रेन, कोसोवो और स्पेन एक लाख डॉलर से ज्यादा का धनऱाशि अपने गोल्ड मेडल विनर को देंगे. ये देश इसके अलावा कुछ अतिरिक्त सुविधाएं भी देते हैं जैसे अपार्टमेंट या हॉलीडे वाउचर. अगर कोई एथलीट ओलंपिक रिकॉर्ड तोड़ता है तो उसे अलग से इनाम दिया जाता है. 

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जानें अमेरिका देता है कितने रुपये
यूएस ओलंपिक एंड पैरालंपिक कमेटी (यूएसओपीसी) ने पेरिस ओलंपिक को ‘ऑपरेशन गोल्ड’ नाम दियाहै. लेकिन उसने 2020 दी गई इनामी राशि में कोई बदलाव नहीं किया है. उसके हर एथलीट को पेरिस में स्वर्ण पदक जीतने के लिए 37,500 डॉलर मिलेंगे. रजत के लिए 22,500 और कांस्य के लिए 15,000 डॉलर दिए जाएंगे. अमेरिका को आमतौर पर अधिक मेडल बोनस देना पड़ता है क्योंकि वह आमतौर पर अधिक पदक जीतता है. अमेरिका 39 स्वर्ण, 41 रजत और 33 कांस्य के साथ टोक्यो ओलंपिक में पदक तालिका में शीर्ष पर रहा था.

कम लोकप्रिय खेलों के लिए अच्छा
पदक जीतने पर मिलने वाला नकद इनाम उन खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा अंतर पैदा करता है जो कम लोकप्रिय खेलों में खेलते हैं. क्योंकि इन खेलों के लिए स्पांसरशिप सौदे मिलना भी काफी कठिन होता है. अमेरिकी डोंगी चालक नेविन हैरिसन ने एक मीडिया कार्यक्रम में कहा, “अगर मैं इस दौड़ में पहले या चौथे स्थान पर आता हूं, जो कि 0.3 सेकंड का मामला है, तो यह निर्धारित करता है कि मैं अगले साल किस अपार्टमेंट में रहूंगा. यह एक अतिरिक्त दबाव है.” हैरिसन को 2021 खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के लिए अमेरिकी ओलंपिक और पैरालंपिक समिति से 37,500 डॉलर मिले, जो यूएसओपीसी द्वारा पदक जीतने वाले एथलीटों को वितरित 13.2 मिलियन डॉलर का हिस्सा था.

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सिंधु को मिले इनाम पर क्या कहा था मारिन ने
रियो ओलंपिक 2016 में कैरोलिना मारिन ने पीवी सिंधु को हराकर गोल्ड मेडल जीता था. सिंधु को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था. सिंधु को मिली पुरस्कार राशि के बारे में सुनकर मारिन हैरान रह गई थीं. मारिन को उनकी सरकार (स्पेन) की तरफ से 94000 यूरो (लगभग 70 लाख रुपये) मिले. जबकि रजत पदक जीतने पर सिंधु को करीब 13 करोड़ रुपये का इनाम मिला था. साथ ही उन्हें हैदराबाद बैडमिंटन एसोसिएशन के प्रेसिडेंट की तरफ से एक लग्जरी BMW कार मिली थी, जिसकी चाबी उन्हें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर ने सौंपी थी. मारिन ने कहा था कि मुझे जो इनामी राशि मिली है, इसकी सिंधु से तुलना नहीं की जा सकती है. उन्होंने कहा कि सिंधु को जो मिला है उसका 10-15 फीसदी मुझे अपने देश में मिला. यानी यह बात सही है कि पदक जीतने वाले एथलीट की राष्ट्रीयता मायने रखती है.

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